""आपदा मे अवसर तलाशने का समय""
आज ना केवल हमारा देश बल्कि पुरी दुनिया इस वेहद खतरनाक, जानलेवा महामारी से संर्घष कर रही है।हमारी अर्थव्यवस्था का ढाॅचा बुरी तरह बिगड़ चुका है, हर व्यक्ति चाहे वो अमीर हो या गरीब, अपनी जीविका के लिए बाहर जाकर खतरा उठा रहा है ।
इतनी परेशानियो से हटकर अगर देखा जाए तो इस महामारी ने सभी को (खासतौर पर विध्यार्थीयों को)एक बहुत ही अच्छा अवसर भी दिया है। खुद मे एक अच्छी एक नई आदत विकसित करने का और बुरी आदतो को सुधारने का। अपने लक्ष्यों को पुरा करने मे हम इस कीमती समय का उपयोग कर सकते है और इस आपदा को अवसर मे बदल सकते है।और आज हमारे देश को उसी बुद्धीमान विध्यार्थी की जरुरत है जो जानता है कि मेरे विकास से ही मेरे देश का विकास संम्भव है और जो इस आपदा को अवसर मे बदले की काविलियत रखता है वही एक विध्यार्थी आगे चल कर देश का भविष्य बनता है ,और भविष्य निर्धारित करता है।
यह हम सब के लिए बहुत ही सही समय है ,आप इस आपदा को अवसर मे बदल सकते है,जिससे हमारा देश आत्मनिर्भर बनेगा और स्वयं के साथ-साथ हमारे देश का भी विकास होता चला जाएगा।
बुद्धीमान बनिये
विध्यार्थी बनिये ।
जय हिन्द
जय भारत.🚩
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